Chinese AI DeepSeek R1 का कमाल: क्यों मचा रहा है तहलका?

चीनी AI के आने से पूरी दुनिया में एक अजब गजब का तहलका मचा हुआ है, अमेरिका में तो शेयर पे भी बुरा असर पड़ा है, पूरी दुनिया अचंभित दिख रहा है, दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दौड़ तेज हो गई है। अमेरिका और चीन के बीच यह होड़ हर दिन नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक छोटी सी चीनी AI कंपनी, DeepSeek, ने इस दौड़ में बड़ा तहलका मचा दिया है? आइए जानते हैं कैसे DeepSeek ने सिलिकॉन वैली के दिग्गजों को चौंका दिया है और क्यों यह AI की दुनिया में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

DeepSeek R1: छोटा पैकेट, बड़ा धमाका

DeepSeek ने हाल ही में R1 नामक एक अत्याधुनिक AI मॉडल लॉन्च किया है, जो ना सिर्फ परफॉर्मेंस में जबरदस्त है, बल्कि कीमत में भी बेहद किफायती है। जहां Open AI का GPT-4 $15 प्रति मिलियन टोकन्स पर चार्ज करता है, वहीं DeepSeek R1 महज $0.55 प्रति मिलियन टोकन्स पर उपलब्ध है।

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AI का गजब परफॉर्मेंस:

DeepSeek का मॉडल सस्ता ही नहीं, बल्कि कुछ मामलों में GPT-4 से बेहतर प्रदर्शन करता है। उदाहरण के लिए, एक Reddit यूजर ने DeepSeek से एक रोटेटिंग ट्रायंगल में रेड बॉल की इमेज क्रिएट कराई। जहां GPT-4 सही से नहीं कर पाया, वहीं DeepSeek ने इसे बिल्कुल सटीक तरीके से कर दिखाया।

DeepSeek for mobile
DeepSeek AI

ओपन सोर्स और ग्लोबल स्केल पर प्रभाव

DeepSeek R1 को ओपन वेट के रूप में रिलीज किया गया है, ताकि रिसर्चर्स इसके एल्गोरिद्म पर काम कर सकें। हालांकि, ट्रेनिंग डेटा अभी पब्लिक नहीं किया गया है। चीन अब AI में ग्लोबल लीडर बनने की कोशिश कर रहा है, और अलीबाबा जैसी कंपनियां 100 से अधिक ओपन-सोर्स AI मॉडल्स रिलीज कर चुकी हैं, जो विभिन्न भाषाओं को सपोर्ट करते हैं।

DeepSeek का सफर: 2 महीने में सफलता की कहानी

DeepSeek की खास बात यह है कि यह महज दो महीने में इस मॉडल को तैयार कर चुका है। इसका हेडक्वार्टर चीन के हांगझू में है। इसके फाउंडर लियांग वांग फेंग, जिनजियांग यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं, का कहना है कि उनका उद्देश्य ऐसा AI मॉडल बनाना है जो इंसान से भी तेज और सटीक निर्णय ले सके।

DeepSeek R1 और R10: AI की नई क्रांति

DeepSeek ने R1 के साथ-साथ R10 भी लॉन्च किया है। यह और भी एडवांस्ड है और हाई-कॉम्प्लेक्सिटी टास्क्स को आसानी से संभाल सकता है। इसके साथ ही, DeepSeek ने इसे लैपटॉप और मोबाइल दोनों पर ऑप्टिमाइज किया है, ताकि हर किसी को AI का अनुभव मिल सके।

Chinese deepseek Ai

चाइना का AI गेमप्लान: अमेरिका को चुनौती

चीन अब ग्लोबल AI की दुनिया में अमेरिका को पीछे छोड़ने की तैयारी में है। 2024 में, चीन के पास कुल 1,328 बड़े AI मॉडल्स में से 36% हिस्सेदारी थी। अलीबाबा और अन्य चाइनीज कंपनियां 100+ ओपन-सोर्स AI मॉडल्स लॉन्च कर चुकी हैं, जो 29 भाषाओं को सपोर्ट करते हैं।

डीपसीक का हेडक्वार्टर और कंपनी की तेजी से बढ़त:

DeepSeek का हेडक्वार्टर हांगझोउ, चीन में है। इसे स्थापित किया लियांग वांग फेंग ने, जो जिनजियांग यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं। DeepSeek का लक्ष्य अमेरिका के AI मॉडल्स को टक्कर देना है। हाल ही में Microsoft के CEO सत्या नडेला ने कहा कि “हमें चीन के AI डेवलपमेंट को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए।”

यूजर एक्सपीरियंस में बेहतर:

सोशल मीडिया पर यूजर्स ने DeepSeek के प्रदर्शन की तुलना Chat GPT से की। उदाहरण के तौर पर, जब एक रोटेटिंग ट्रायंगल के अंदर रेड बॉल बनाने का इनपुट दिया गया:

  • Chat GPT का आउटपुट सही नहीं था।
  • DeepSeek R1 ने पूरी तरह परफेक्ट रिजल्ट दिया।

भारत के लिए सीख:

DeepSeek की सफलता भारत के लिए भी एक संकेत है। अगर चीन इतनी तेजी से AI में प्रगति कर सकता है, तो भारत क्यों नहीं? भारत में टैलेंट और संसाधन दोनों हैं, बस सही दिशा में काम करने की जरूरत है।

DeepSeek को आजमाएं:

अगर आप DeepSeek R1 को खुद इस्तेमाल करना चाहते हैं:

  1. Website पर जाएं: chat.inseek.com
  2. ईमेल वेरीफाई करें और DeepSeek पर क्लिक करें।
  3. AI की दुनिया का अनुभव लें।

आपकी राय क्या है?

DeepSeek ने AI की दुनिया में जो क्रांति लाई है, वह चौंकाने वाली है। लेकिन क्या यह Open AI जैसे दिग्गजों को लंबे समय तक चुनौती दे पाएगा? कमेंट में बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा और AI की इस दौड़ में भारत की भूमिका पर आपकी क्या राय है।