UPSC 2024 बड़ा घोटाला: पूजा खेड़कर पर धोखाधड़ी का आरोप, IAS परीक्षा में फर्जीवाड़ा
2024 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने एक बड़े कथित घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें पूजा खेड़कर, जो कि 2023 बैच की एक probationary IAS अधिकारी हैं, उनका नाम सामने आया है। यह मामला सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है, और इससे सिविल सेवा की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
2024 में UPSC बड़ा घोटाला: पूजा खेड़कर का नाम सामने आया
हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 2024 में एक बड़े कथित घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें पूजा खेड़कर, जो कि 2023 बैच की एक probationary IAS अधिकारी हैं, उनका नाम शामिल है। यह मामला भारतीय सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) में धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है और इसने पूरे देश में हलचल मचा दी है।
कथित UPSC घोटाले की जानकारी
- आरोपी का नाम: पूजा खेड़कर
- पद: probationary IAS अधिकारी (2023 बैच)
- घटना की तारीख: जुलाई 2024
कथित धोखाधड़ी के प्रयास और आरोप
- फर्जी पहचान बनाना: UPSC ने पूजा खेड़कर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने CSE में बार-बार बैठने के लिए फर्जी पहचान बनाई। पूजा ने फर्जी नाम, माता-पिता के नाम में बदलाव और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों जैसे फोटो, सिग्नेचर और पते में हेरफेर किया ताकि वह परीक्षा में कई बार बैठ सकें।
- गलत जानकारी का इस्तेमाल: यह आरोप है कि पूजा ने अपनी असली पहचान को बदलकर एक कल्पित व्यक्ति के रूप में CSE के लिए आवेदन किया, जिससे वह परीक्षा में बार-बार सम्मिलित हो सकी।
घोटाले की खोज और कार्रवाई
- जांच: UPSC ने पूजा खेड़कर की पृष्ठभूमि की गहरी जांच की, जिसके बाद धोखाधड़ी के संकेत मिले और यह मामला गंभीर हो गया।
- पुलिस की भूमिका: UPSC की जांच के बाद, दिल्ली पुलिस के पास मामला भेजा गया और FIR (पहली सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई, जिसमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा के आरोप लगाए गए।
- UPSC की कार्रवाई: पूजा खेड़कर को Show Cause Notice (SCN) जारी किया, जिसमें 2022 की CSE में उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य में परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव रखा गया।
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Puja Khedekar |
UPSC 2024 बड़ा घोटाला: पूजा खेड़कर पर धोखाधड़ी का आरोप, IAS परीक्षा में फर्जीवाड़ा
2024 में संघ लोक सेवा आयोग ने एक बड़े कथित घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें पूजा खेड़कर, जो कि 2023 बैच की एक probationary IAS अधिकारी हैं, उनका नाम सामने आया है। यह मामला सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है, और इससे सिविल सेवा की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
आरोप: UPSC द्वारा धोखाधड़ी का आरोप
- कथित धोखाधड़ी के प्रयास: पूजा खेड़कर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने CSE में बार-बार बैठने के लिए फर्जी पहचान बनाई। यह आरोप है कि पूजा ने फर्जी नाम, माता-पिता के नाम में बदलाव, और अन्य दस्तावेज़ जैसे फोटो, सिग्नेचर और पता आदि में हेरफेर किया ताकि वह परीक्षा में कई बार बैठ सकें।
- फर्जी पहचान: पूजा ने कथित तौर पर एक कल्पित पहचान बनाई, जिसमें उन्होंने अपने असली नाम के अलावा अन्य व्यक्तिगत जानकारी में बदलाव किए। यह उनके द्वारा CSE में बार-बार बैठने के प्रयास का हिस्सा था।
घोटाले की खोज और कार्रवाई
- जांच: UPSC ने पूजा खेड़कर की पृष्ठभूमि की गहरी जांच की, जिसके बाद धोखाधड़ी के संकेत मिले।
- पुलिस की भूमिका: जांच के बाद, दिल्ली पुलिस के पास मामला भेजा गया और FIR (पहली सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई, जिसमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा के आरोप लगाए गए।
- UPSC की कार्रवाई: UPSC ने पूजा खेड़कर को Show Cause Notice (SCN) जारी किया, जिसमें 2022 की CSE में उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य में परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव रखा गया।
वर्तमान स्थिति (19 जुलाई 2024 तक)
- यह मामला दिल्ली पुलिस द्वारा जांच के तहत है।
- पूजा खेड़कर की IAS अधिकारी के रूप में स्थिति और भविष्य में परीक्षा में उनकी पात्रता, जांच के परिणामों और संभावित कानूनी कार्यवाही पर निर्भर करेगी।
मामले की अहमियत
- यह मामला UPSC द्वारा सिविल सेवा परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने के लिए उठाए गए कदमों को उजागर करता है।
- यह एक चेतावनी है कि UPSC परीक्षा में धोखाधड़ी करने के प्रयासों को गंभीरता से लिया जाएगा और ऐसे प्रयासों को सख्ती से रोका जाएगा।
- नोट: यह अभी तक आरोप हैं और पूजा खेड़कर के पास अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है। अंतिम फैसला जांच और/या कानूनी कार्यवाही के आधार पर ही लिया जाएगा।
महत्वपूर्ण जानकारी: यह जानकारी 19 जुलाई 2024 तक सार्वजनिक रिपोर्टों पर आधारित है। जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ेगा, और अपडेट्स आएंगे, हम आपको सूचित करेंगे।